बेशक कुछ करना पड़ता है,
जीने को मरना पड़ता है।
ऐसे में कीमत कम लगती
आतिश में जलना पड़ता है।
"रैना"दिल का क्या पागल है,
खुद से ही लड़ना पड़ता है।"रैना"
आज वो
बेवजह तकरीर क्यों करता,
गौर कर तहरीर वो लिखता,
बेखबर तू जानता सब कुछ,
जिन्दगी तकदीर वो लिखता। "रैना"
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