Tuesday, February 19, 2013

dharti ki shan

रैना की ये कविता पेड़ों की शान में

धरती की शान हैं पौधे,
जीवों की जान हैं पौधे।
फल फूल छाया भी देते,
बड़े ही दयावान हैं पौधें।
गर्मी सर्दी वर्षा भी सहते,
धर्यशील महान हैं पौधें। 
बेशक हम सब जाने हैं,
देते जीवन दान हैं पौधें।
आओं और पौधें लगायें,
दुःख का समाधान हैं पौधें।
"रैना"ये तू भूल न जाना,
पूज्य हमारे भगवान हैं पौधें। "रैना"

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